Friday, July 13, 2012

UPTET - टी ई टी - क्या सच क्या झूठ


टी ई टी - क्या सच क्या झूठ 


---------- अग्रेषित संदेश ----------
प्रेषक: SS Misra <mishrasanjay777@gmail.com>
दिनांक: 13 जुलाई 2012 4:15 pm
विषय: Wrong news
प्रति: Muskan Bharat <muskan24by7@gmail.com>, editor@ibnkhabar.com, editor@knp.amarujala.com, editor@mrt.amarujala.com, ajprakashan@yahoo.com, ajpress@satyam.net.in


प्रिंट मीडिया में आज जितनी न्यूज़ आयी है वो सारा सर गलत और मंघरांत है | जिसमे लखनऊ पुलिस और सरकार की टेट वालो को बदनाम करने की पूरी साजिस है. हमने ७ बार लखनऊ में आन्दोलन किये और किसी में भी हम उग्ग्र और अभद्र नहीं हुए | हमे सौख नहीं है रोज रोज अपने घरो और काम को छोड़ कर लखनऊ जाने का, हम तो सिर्फ अपनी जायज मांग के लिए अर्थात पूर्व विज्ञापित टेट मेर्रित से शिक्षक भर्ती अविलम्ब चालू करने के लिए सरकार को अनुरोध करने जाते है |
मै ये जानना चाहता हूँ का आप जो लोग ये पढ़ रहा है क्या हमारी मांगे गलत और नाजायज है | मीडिया ने टेट परीक्षा को इतन बदनाम कर दिया की मै क्या कहू, मै आज आप लोगो सा या पूछना चाहता हूँ की क्या मीडिया पूरी तरहे भ्रस्त नहीं हो गई है. अगर मीडिया सच्ची होती को | आप लोगो ने आज टीवी में एक लड़की के साथ १०- १२ लडको लगातार छेड़खानी करते हाउ लाइव न देखा होता ये घटना जहा तक असम राज्य की है | क्या कर रही थ मीडिया क्या वह कोई मर्द नहीं था की उस लड़की से छेड़चढ़ करने वालो की तस्वीर या विडिओ बनाने की जगहे उस लड़की को बचाते|
किसी भी मीडिया वालो न ये नहीं देखा था वह पर जब पुलिस वाले उग्ग्र हो गई थे तो टेट छात्रों ने ही जनता, बूढी औरतो और छोटे-छोटे बच्चो को लखनऊ पोलिसे की लाठियों से बचाया था | और मै ये भी बता दू की वह पर जिस लड़के को लखनऊ पोलिसे ने पेस किया है छेड़खानी करने वालो में उसे हम लोगो ने सुभाय से कई बार हमारे साथ आय टेट पास लडकियो को परेसान करने के कारन भगाया था बाद में हमने पता लगाया तो पता चले वो लखनऊ पोलिसे के मुखबिर है और पोलिसे ने अराजकता फलने ले लिए वह लगाया था |
आज तक टेट वालो की किसी के साथ गलत तरीके से पेस नहीं आय फिर ये न्यूज़ क्यों निकली गई की हमने अभद्रता की अरे हम शिक्षक है और असली शिक्षक कभी गलत नहीं होता और अशली शिक्षक होने के हमारे पास Certificat टेट है | हम उनलोगों की तरहे नहीं है जो हमेसा अहेसन पर जिन्दगी काटते है पैसा खर्च करे के नंबर १०व, १२व, स्नातक, बी,एड बढ़वाते है. हमने अब तक जो भी हासिल किस अपनी महनत से हासिल किया हम सरकार से भीख नहीं मांगने जाते है हम अपना हक मांगने जाते है |

अगर सरकार का कोई बंद या अकादमिक मेर्रित का समर्थक इसे पढ़ रहा हो तो कान खोल के सुन लो बेसिक सिक्षा विभाग में टेट वालो की पहेले भारती होगी पूर्व प्रकाशित विज्ञापन के अनुसार होगी अर्थात टेट के अंको के अधर पर वर्ना उत्तर परदेस के बेसिक सिक्षा विभाग में कोई भी शिक्षक भारती नहीं होगा | चहै सिक्षा मित्र हो या बी.टी.सी वाले ही क्यों न हो.

उत्तर परदेस सरकार से अनुरोध है की वो हमे शिक्षक ही रहेने दे वर्ना इतहास गवाह है चाणक्य भी एक शिक्षक ही था वो अकेला था हम २.७५ लाख है आगे आप समझदार है | 
जय टेट 

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Good blog comment -
I am reading a formula (some body put on this blog) : -

Selection can be made through TET merit (So that legally candidates will not face problem), And after that performance oriented exam like can be conducted.

If a candidate failed in that exam first time, then punishment - increment etc. is blocked till next performance exam. If a candidate failed once again i.e. 2nd time in that examination then he should be removed from service.


And chances should be given to next candidate in merit along with previous benefits by forfeiting half salary of candidates expelled from system atleast his/her provident fund seized and pass it to new/next candidate who is in waiting.

This performance oriented exam should be conducted for all teachers. And through this all CHEATERS / FAKE candidates expelled from system.

There can be many solutions like checking OMR sheet, background with other details and investigation of such candidates.

TET candidates are waiting for their job from a long time and an early solution is required to solve problems.

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