Thursday, February 7, 2013

UPTET : शिक्षक भर्ती प्रक्रिया रुकने से लगा झटका


UPTET : शिक्षक भर्ती प्रक्रिया रुकने से लगा झटका

   
चकिया (चंदौली): प्राइमरी स्कूल में टीचर बनने का ख्वाब पाले ट्रेंड बेरोजगारों के सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया है। बेरोजगारी का दंश झेल रहे युवकों ने जैसे तैसे जुगाड़ करके 25 हजार से 50 हजार रुपये तक खर्च कर दर्जनों जिलों से आवेदन किया था। लेकिन काउंसिलिंग के ऐन वक्त पर भर्ती प्रक्रिया के ठप पड़ जाने से उन्हें मायूसी ही हाथ लगी है। शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में बार-बार आ रहे व्यवधान से संसाधनों से कमजोर आवेदकों की आर्थिक रीढ़ कमजोर हो रही है। दो साल से चल रही शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में कई बार पेंच फंस जाने से आवेदकों में व्यापक निराशा घर करती जा रही है। शिक्षक बनने की राह में लगातार ठोकरें खा रहे बेरोजगार किस्मत को धिक्कारते हुए व्यवस्था की खामियों को कोस रहें हैं। बेरोजगारों की इस उम्मीद में उस वक्त पंख लग गए जब शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) को पास कर लिए। शासन की ओर से 72,825 पदों का विज्ञापन जारी होने पर गत वर्ष लाखों आवेदकों ने फार्म भरा। लेकिन भर्ती प्रक्रिया पटरी पर आती इसके पहले ही बेपटरी हो गई। रजनी कांत त्रिपाठी राजू ने 40, अशोक सिंह यादव ने 60, अजय सिंह ने 40 तो उनकी बहन ने 50 जिलों में आवेदन किया। आरके त्रिपाठी, विनय मौर्य, श्रवण कुमार जैसे बेरोजगारों ने 40 से 45 जिलों में आवेदन किया है। इसमें श्वेता को जहां करीब 90 हजार खर्च करना पड़ा वहीं अन्य आवेदकों को 35 हजार रुपया खर्च करना पड़ा है। गरीबी में आटा गीला वाली कहावत को चरितार्थ कर रही शिक्षक भर्ती में ऐसे हजारों आवेदक है जिनको यदि इस बार मौका नहीं मिला तो फिर से ओवर एज (उम्र दराज) हो जायेंगे तथा सरकारी नौकरी पाने का सपना पूरा नहीं हो पाएगा


News Source : Jagran (Updated on: Wed, 06 Feb 2013 10:44 PM (IST))
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In this news I am confused, How Shweta spends 90 thousand rupees.
90 Thosand Rupees = Applying in 180 districts.
If above money includes applied in both previous advt and new advt and in all districts of UP along with other expenditure then still 90 thousand rupees may not possible because most of candidates spend money for 5 districts.

Either above is typo mistake OR Shweta spend extra money due to some confusion.

Candidates are waiting this job from a long time and delay creates confusion and tension about their future.
It is better to not think about this job all time and search alternative jobs as well. If  in future they got this PRT job then they can resign from alternatove job.

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